जब रात के सन्नाटे में दूर कहीं से आती हुई अजीबोगरीब आवाज़ों को तुम सुनोगे, तो क्या तुम अपनी जगह पर जमे रहोगे या भागने की कोशिश करोगे? डरावनी आवाज़ें, भयानक चीखें और भूतिया साये... क्या इन सबसे छुटकारा पाया जा सकता है, या यह भूतिया दुनिया तुम्हें हमेशा के लिए अपना बना लेगी?
तुम अँधेरे में जागोगे, पर तुम्हें पता नहीं चलेगा कि तुम कहाँ हो। तुम्हें ऐसा लगेगा कि कोई तुम्हारी पीठ पर हाथ रखे खड़ा है, लेकिन पीछे मुड़कर देखने की हिम्मत नहीं होगी। क्योंकि अगर तुम मुड़कर देखोगे, तो तुम्हें पता चलेगा कि वह सिर्फ़ एक परछाई नहीं है, बल्कि तुम अब अकेले नहीं हो। एक ऐसी रात जो तुम्हें हमेशा के लिए खामोश कर देगी। क्या आप इस डर से बच पाओगे?