• राजस्थानी गीत 'घूघरी'

  • 2024/05/30
  • 再生時間: 12 分
  • ポッドキャスト

राजस्थानी गीत 'घूघरी'

  • サマリー

  • नमस्कार श्रोताओं,


    'हिंदी कहानियां' पॉडकास्ट में आपका हार्दिक स्वागत है। हमारे स्टूडियो की घड़ी में इस समय रात के आठ बजकर पंद्रह मिनट हो रहे हैं। पूरा प्रदेश इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है। अपने आप को गर्मी और लू से बचाकर रखें। कल के एपिसोड में इसी समय हम स्वास्थ्य विशेषज्ञों से 'लू से बचाव और उपाय' विषय पर उनके विचार सुनवाएँगे। इस भीषण गर्मी में ह्रदय को शीतलता प्रदान करने के लिए आज के इस एपिसोड में, हम आपके लिए फिर से एक अनूठी प्रस्तुति लेकर आए हैं। एक बार फिर आपको हमारे खास मेहमान, भूतपूर्व सैनिक श्री रतन सिंह जी हुड्डा की सुरीली आवाज में राजस्थानी गीत 'घूघरी' सुनाने जा रहे हैं।


    श्रोताओं, हमारे राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत इतनी समृद्ध है कि लोक गीतों में यहाँ के किस्से और कहानियों की एक लंबी फेहरिस्त है। इनमें ननद-भोजाई, सास-बहू, देवरानी-जेठानी, देवर-भाभी, जीजा-साली आदि पात्रों द्वारा विरह, तकरार और प्रणय के किस्से कहानियाँ खूब लिखे गए हैं और आज भी बड़े चाव से गाए और सुने जाते हैं। उसी में से हम आपके लिए समय-समय पर कुछ अनूठा लेकर आते रहे हैं। इसी कड़ी में आज के इस एपिसोड में 'घूघरी' गीत प्रस्तुत है।


    तो आप सुन रहे थे राजस्थानी लोकगीत 'घूघरी'। इसे अपनी हृदयस्पर्शी आवाज़ में गाया था श्री रतन सिंह जी हुड्डा ने। उनकी गायिकी में राजस्थान की समृद्ध विरासत की झलक और मिट्टी की खुशबू बखूबी अनुभव की जा सकती है।


    अपने कीमती कमेंट्स के माध्यम से हमें बताएं कि आपको इनका प्रयास कैसा लगा। आपकी प्रतिक्रियाएं और सुझाव हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और हमें बेहतर बनाने में मदद करते हैं।


    धन्यवाद!


    सुनते रहिए 'हिंदी कहानियां'।

    続きを読む 一部表示

あらすじ・解説

नमस्कार श्रोताओं,


'हिंदी कहानियां' पॉडकास्ट में आपका हार्दिक स्वागत है। हमारे स्टूडियो की घड़ी में इस समय रात के आठ बजकर पंद्रह मिनट हो रहे हैं। पूरा प्रदेश इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है। अपने आप को गर्मी और लू से बचाकर रखें। कल के एपिसोड में इसी समय हम स्वास्थ्य विशेषज्ञों से 'लू से बचाव और उपाय' विषय पर उनके विचार सुनवाएँगे। इस भीषण गर्मी में ह्रदय को शीतलता प्रदान करने के लिए आज के इस एपिसोड में, हम आपके लिए फिर से एक अनूठी प्रस्तुति लेकर आए हैं। एक बार फिर आपको हमारे खास मेहमान, भूतपूर्व सैनिक श्री रतन सिंह जी हुड्डा की सुरीली आवाज में राजस्थानी गीत 'घूघरी' सुनाने जा रहे हैं।


श्रोताओं, हमारे राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत इतनी समृद्ध है कि लोक गीतों में यहाँ के किस्से और कहानियों की एक लंबी फेहरिस्त है। इनमें ननद-भोजाई, सास-बहू, देवरानी-जेठानी, देवर-भाभी, जीजा-साली आदि पात्रों द्वारा विरह, तकरार और प्रणय के किस्से कहानियाँ खूब लिखे गए हैं और आज भी बड़े चाव से गाए और सुने जाते हैं। उसी में से हम आपके लिए समय-समय पर कुछ अनूठा लेकर आते रहे हैं। इसी कड़ी में आज के इस एपिसोड में 'घूघरी' गीत प्रस्तुत है।


तो आप सुन रहे थे राजस्थानी लोकगीत 'घूघरी'। इसे अपनी हृदयस्पर्शी आवाज़ में गाया था श्री रतन सिंह जी हुड्डा ने। उनकी गायिकी में राजस्थान की समृद्ध विरासत की झलक और मिट्टी की खुशबू बखूबी अनुभव की जा सकती है।


अपने कीमती कमेंट्स के माध्यम से हमें बताएं कि आपको इनका प्रयास कैसा लगा। आपकी प्रतिक्रियाएं और सुझाव हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और हमें बेहतर बनाने में मदद करते हैं।


धन्यवाद!


सुनते रहिए 'हिंदी कहानियां'।

activate_buybox_copy_target_t1

राजस्थानी गीत 'घूघरी'に寄せられたリスナーの声

カスタマーレビュー:以下のタブを選択することで、他のサイトのレビューをご覧になれます。