• यदि आपके ह्रदय में भ्रम और खालीपन है, तो सत्य के प्रकाश की खोज करे (I)

  • 著者: The New Life Mission
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यदि आपके ह्रदय में भ्रम और खालीपन है, तो सत्य के प्रकाश की खोज करे (I)

著者: The New Life Mission
  • サマリー

  • यह पुस्तक समझाती है कि उत्तर प्राचीन काल में नीकिया की परिषद में निर्मित निकेन पंथ का आज के ईसाइयों पर कितना बुरा प्रभाव पड़ा है। इस युग में, नया जन्म प्राप्त करने के सत्य को पूरा करने के लिए, आपको थोड़ा और अध्ययन करना चाहिए। और आपको विश्वास के उस कथन के बारे में और गहराई से जानने की आवश्यकता है जिस पर आप अब तक विश्वास करते आए हो। अब आपको इस पुस्तक में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से यीशु ने लिए हुए बपतिस्मा का अर्थ खोजना चाहिए जिसे निकेन के विश्वासक कथन से हटा दिया गया था। इसलिए, यह आपके हृदय में सच्चा उद्धार और शांति प्राप्त करने का अवसर होना चाहिए। अब आप उस बपतिस्मा में पानी और आत्मा के सुसमाचार के सच्चे मूल्य को जानेंगे जो यीशु ने प्राप्त किया था। आप अधिक गहराई से और स्पष्ट रूप से जानेंगे कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त यीशु के बपतिस्मा के वचन ने आपकी आत्मा को कैसे प्रभावित किया है और इसलिए आप विश्वास के द्वारा परमेश्वर की महिमा करेंगे।
    © 2023 by Hephzibah Publishing House
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あらすじ・解説

यह पुस्तक समझाती है कि उत्तर प्राचीन काल में नीकिया की परिषद में निर्मित निकेन पंथ का आज के ईसाइयों पर कितना बुरा प्रभाव पड़ा है। इस युग में, नया जन्म प्राप्त करने के सत्य को पूरा करने के लिए, आपको थोड़ा और अध्ययन करना चाहिए। और आपको विश्वास के उस कथन के बारे में और गहराई से जानने की आवश्यकता है जिस पर आप अब तक विश्वास करते आए हो। अब आपको इस पुस्तक में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से यीशु ने लिए हुए बपतिस्मा का अर्थ खोजना चाहिए जिसे निकेन के विश्वासक कथन से हटा दिया गया था। इसलिए, यह आपके हृदय में सच्चा उद्धार और शांति प्राप्त करने का अवसर होना चाहिए। अब आप उस बपतिस्मा में पानी और आत्मा के सुसमाचार के सच्चे मूल्य को जानेंगे जो यीशु ने प्राप्त किया था। आप अधिक गहराई से और स्पष्ट रूप से जानेंगे कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त यीशु के बपतिस्मा के वचन ने आपकी आत्मा को कैसे प्रभावित किया है और इसलिए आप विश्वास के द्वारा परमेश्वर की महिमा करेंगे।
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エピソード
  • 1. प्रभु पापों से किसका उद्धार करता है? (लूका २३:३२-४३)
    2023/04/22

    इस दुनिया में जी रही मानवजाति अब अंतिम मुकाम की ओर बढ़ रही है। जलवायु संकट इस पृथ्वी गृह के लिए इतना गंभीर खतरा है कि पूरी दुनिया ने जलवायु परिवर्तन पर समजौते पर हस्ताक्षर किए हैं, प्रत्येक देश ने औद्योगिक पुनर्गठन के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए बनाई की गई नीतियों को अपनाया है। पूरी दुनिया युद्ध के माहौल से घिरी हुई है जो एक बार फिर शीत युद्ध के बाद के दौर को अपनी चपेट में ले रही है। चल रही महामारी, युद्ध और कच्चे माल और भोजन में बढ़ते संरक्षणवाद से उपजा वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला अस्थिर हो रही है, जबकि मुद्रास्फीति अनियंत्रित चल रही है, जिससे गरीबी आने का खतरा है। पहले से ही ऐसे देश हैं जो कर्ज संकट से जूझ रहे हैं। इस सब के बीच, 21वीं सदी में महान शक्तियां एक-दूसरे से आधिपत्य को लेकर प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। यह और अन्य कई कारक पूरी दुनिया को अस्थिर कर रहे हैं और राष्ट्रों के बीच आसन्न युद्ध के संकेत दिखा रहे हैं।

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    1 時間 29 分
  • 2. हम यीशु मसीह की दुल्हने कैसे बन सकते है? (यूहन्ना २:१-११)
    2023/04/22

    आज के पवित्रशास्त्र पठन में, हम देखते हैं कि प्रभु अपने शिष्यों के साथ गलील के काना में आयोजित एक विवाह भोज में भाग लेते हैं। यीशु की माँ मरियम भी वहाँ मौजूद थीं। ऐसा कहा जाता है कि यहूदी विवाह भोज आमतौर पर एक सप्ताह या कभी-कभी दो सप्ताह तक भी चलते हैं। दूल्हा अपने घर में दुल्हन के मेहमानों की मेजबानी करता है, जहां मजेदार खेल खेले जाते हैं और बहुत गायन और नृत्य होता है। मेहमानों को विभिन्न भोजन के साथ दाखरस परोसा जाता है। दूल्हा और दुल्हन अक्सर एक-दूसरे के लिए प्रेम गीत गाते थे, जिससे आनंद का वातावरण बन जाता था।

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    2 時間 4 分
  • 3. हमें जो उद्धार दिया गया है उसका सांसारिक धर्म से कोई लेनादेना नहीं है (यूहन्ना ४:१९-२६)
    2023/04/22

    यहूदी निर्वासन का पहला जुंड उनके बेबीलोन की कैद से लौटने के बाद, ज़रुब्बाबेल ने मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग की और सामरियों को भाग लेने के लिए कहा, लेकिन उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया। ऐसा इसलिए है क्योंकि सामरी लोग यरुशलम के मंदिर के साथ उसके स्थान को लेकर कम से कम 200 वर्षों से एक कड़वे संघर्ष में थे, क्योंकि उनका मानना था कि गिरिज्जिम पर्वत जहाँ अब्राहम और याकूब ने अपनी वेदी बनाई थी, यारुशालेम की जगह वहां मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए था।
    128 ईसा पूर्व में, गिरिज्जिम पर्वत पर बने मंदिर को हिरकेनस नाम के एक अन्यजाती व्यक्ति ने नष्ट कर दिया था। पेन्टाटूक के अनुसार, गिरिज्जिम पर्वत वह जगह है जहाँ अब्राहम ने इसहाक को बलिदान करने की कोशिश की थी, और यह वह जगह भी है जहाँ वह मलिकिसिदक से मिला था, लेकिन यहूदियों ने शुरू से ही व्यवस्थाविवरण 16:2 पर उनके तर्क के आधार पर समर्थन किया था कि, यरूशलेम में परमेश्वर की आराधना की जानी चाहिए। इसका मतलब है कि एक ही देश में दो परस्पर विरोधी केंद्रीय शहर थे। एक समय पर, इस्राएल दो देशों (उत्तरी और दक्षिणी राज्यों) में विभाजित हो गया था, और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि परमेश्वर ने राजा यारोबाम के पापों के कारण इस्राएल को दो राज्यों में विभाजित कर दिया था। नतीजतन, परमेश्वर की आराधना की जगह भी दो स्थानों में विभाजित हो गई।

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    1 時間 31 分
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