• ठेलों पर नाम लिखने का आदेश वापिस, मगर पहचान चिपक गई

  • 2024/08/23
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ठेलों पर नाम लिखने का आदेश वापिस, मगर पहचान चिपक गई

  • サマリー

  • July 22, 2024, 02:21PM July 22, 2024, 02:21PM ऐंटी मुस्लिम राजनीति ने हिंदी प्रदेश को बर्बाद कर दिया है। महंगाई के मुद्दे और नौजवानों की रोज़गार की माँग पर हिंदू होने का गर्व भारी पड़ता रहे इसके लिए तरह-तरह के प्रपंच गढ़े जाते हैं। ऐसे ही एक बोगस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट ने समाप्त कर दिया है। मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस द्वारा ठेलों और खाने की जगहों पर नाम लिखने के आदेश पर रोक लगा दी गई है। यह संविधान की जीत तो है, मगर सच यही है कि इस आदेश के बाद इन इलाक़ों में काम करने वाले लोगों की पहचान को सार्वजनिक कर उनके मौलिक अधिकारों का हनन किया गया है।
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あらすじ・解説

July 22, 2024, 02:21PM July 22, 2024, 02:21PM ऐंटी मुस्लिम राजनीति ने हिंदी प्रदेश को बर्बाद कर दिया है। महंगाई के मुद्दे और नौजवानों की रोज़गार की माँग पर हिंदू होने का गर्व भारी पड़ता रहे इसके लिए तरह-तरह के प्रपंच गढ़े जाते हैं। ऐसे ही एक बोगस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट ने समाप्त कर दिया है। मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस द्वारा ठेलों और खाने की जगहों पर नाम लिखने के आदेश पर रोक लगा दी गई है। यह संविधान की जीत तो है, मगर सच यही है कि इस आदेश के बाद इन इलाक़ों में काम करने वाले लोगों की पहचान को सार्वजनिक कर उनके मौलिक अधिकारों का हनन किया गया है।

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